पहल - 106

''छायावाद के कवि शब्दों को तोलकर रखते थे
प्रयोगवाद के कवि शब्दों को टटोलकर रखते थे
नयी कविता के कवि शब्दों को गोलकर रखते थे
सन साठ के बाद के कवि शब्दों को खोलकर रखते हैं''

सुदामा पांडे 'धूमिल'

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