कमजोर कभी नहीं लड़ते। ताकतवर एक घंटा लड़ते हैं। बहुत ताकतवर कुछ घंटे, कुछ दिन लड़ते हैं। लेकिन जो संघर्ष करते हैं, वे ताउम्र लड़ते हैं।
- एक कविता उक्ति
विद्या बिना मति गई मति बिना नीति गई नीति बिना गति गई गति बिना वित्त गया वित्त बिना शूद्र टूटे इतने अनर्थ एक अविद्या ने किये
- सावित्री बाई फुले
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