पहल - 103

 

कमजोर कभी नहीं लड़ते।
ताकतवर एक घंटा लड़ते हैं।
बहुत ताकतवर कुछ घंटे, कुछ दिन लड़ते हैं।
लेकिन जो संघर्ष करते हैं, वे ताउम्र लड़ते हैं।

- एक कविता उक्ति


विद्या बिना मति गई
मति बिना नीति गई
नीति बिना गति गई
गति बिना वित्त गया
वित्त बिना शूद्र टूटे
इतने अनर्थ
एक अविद्या ने किये

- सावित्री बाई फुले

 

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