बच्चे वही सीखते है जो वे जीते हैं

  • 160x120
    फरवरी 2014
श्रेणी प्रारंभ
संस्करण फरवरी 2014
लेखक का नाम डोरोती एल. नोलटे/अनुवाद : डा. हेलन के.जे.





यदि बच्चे समालोचना के साथ जीते हैं,
    तो वे निन्दा करना सीखते हैं।
यदि बच्चे शत्रुता के साथ जीते हैं,
    तो वे लडऩा सीखते हैं।
यदि बच्चे भय के साथ जीते हैं,
    तो वे आशंकित रहना सीखते हैं।
यदि बच्चे दया के साथ जीते हैं
    तो वे अपने पर तरस खाना सीखते हैं।
यदि बच्चे अवहास के साथ जीते हैं,
    तो वे शर्माना सीखते हैं।
यदि बच्चे ईष्र्या के साथ जीते हैं
    तो वे डाह करना सीखते हैं।
यदि बच्चे शर्मिन्दगी के साथ जीते हैं,
    तो वे अपराधी महसूस करना सीखते हैं।
यदि बच्चे सहनशीलता के साथ जीते हैं,
    तो वे धीरज रखना सीखते हैं।
यदि बच्चे प्रोत्साहन के साथ जीते हैं,
    तो वे विश्रब्ध होना सीखते हैं।
यदि बच्चे प्रशंसा के साथ जीते हैं,
    तो वे सराहना सीखते हैं।
यदि बच्चे अनुमादन के साथ जीते हैं,
    तो वे अपने आप को चाहना सीखते हैं।
यदि बच्चे स्वीकृति के साथ जीते हैं,
    तो वे संसार में प्यार खोजना सीखते हैं।
यदि बच्चे मान्यता के साथ जीते हैं
    तो वे लक्ष्य रखना सीखते हैं।
यदि बच्चे मिल-बाँटकर जीते हैं
    तो वे उदारता सीखते हैं।
यदि बच्चे ईमानदारी और औचित्य के साथ जीते हैं
    तो वे सच्चाई और इन्साफ के बारे सीखते हैं।
यदि बच्चे सुरक्षा के साथ जीते हैं
    तो वे आप पर और सहजीवियों पर विश्वास करना सीखते हैं।
यदि बच्चे मित्रता के साथ जीते हैं,
    तो वे संसार को जीने लायक एक सुन्दर जगह समझते हैं।
यदि बच्चे निर्विघ्न होकर जीते हैं,
    तो वे मन की शांति रखना सीखते हैं।
किसके साथ आपके बच्चे जी रहे हैं??


Dorothy Law Noite अमरीका में जन्मी (Jan 12th, 1924 to Nov 6th, 2005) एक लेखिका है और साथ ही समुयदेष्टा के पद पर हैं। उन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर एक कविता लिखी है। ''Children learn what they live" (Family column 1954)

Login