डिस्क्लेमर
प्रारंभ/दो
यह कविता किसी दिशा में नहीं जाती इस पर चढऩे वाले लोग अपने उतरने की व्यवस्था स्वयं कर लें
ये अलहदा काम नहीं पर करें कैसे हम आजाद हैं चुनने को कि मरें तो ससुरा मरें कैसे
दो टांगों के बीच घुसाकर नाक झुकाकर कान उठाकर सर लगाकर पीछे को गहरी सांस छोड़ दें गुत्थम-गुत्था दोनों टाँगे दोनों बाजू गोड़ दें अकाल मृत्यु आसन करने से पहले भक्तगण जीने की सभी आशाएं छोड़ दें
कृपया पहली ताकीद पर ध्यान दें बार-बार-बार बताया गया कि इस कविता में कोई ऑफर नहीं चल रहा, कहा न, कोई नहीं, इतना भर भी नहीं जितना कि जीने के लिए जीवन शाम मरियल सी धुवें में पिटी-पिटाई, टेढ़ी-मेढ़ी एक लकीर सी उठती गिरती उजबक चलती शोर-शोर में प्राइम टाइम के धड़ाम से गिरती
सुबह निकलती डूब डूब के झाडू उछाल देती हर दूजे रविवार की चम्मच बिस्किट निकाल लेती टूटी-डूबी चाय में चल बे चल उठ चल बे कसी जीन है गाय में पिलेट में धर दो हुंवा हमरी राय में
जी नहीं, फाइव टू फाइव टू फाइव हमारा टोल फ्री नहीं है, किसी का नहीं है, दिमा$ग न खाएं, अपना सर बचाएं तू इसक करता है तो कर मियाँ पर हिंया नईं चल फूट रस्ता नाप मेरे बाप इधर गोली-शोली आग-वाग पत्थर बाजी है भरपूर अम्न का रस्ता इतिहास में घुसता लंबा चलता चलता जाता कहीं नहीं आता कभी नहीं आता
तुझे पेड़ पे चढऩा आया कि नईं पानी में सांस लेना आँख खोल कर सोना एक क्लिक कर हंसना एक इशारे पर रोना धोना तुझे कबर गढऩा आया कि नईं अपने मरने की दावत खाना
जी हाँ लॉजिंग कॉम्प्लीमेंटरी बस अपनी आई डी ले आओ, फूड बिल तो देना ही पड़ेगा जी रोटी खायेगा मर साले सर उठाएगा मर साले रोली, चन्दन, टीका बस फतवा सोंटा लोटा बस अब इत्ता तो कर साले जीना चाहता है तो मर साले
कविता को आखिरी हिचकी आई है दोस्तों संभाल लेना चाहो तो अपना अक्स निकाल लेना थूक लगाकर ज़रा सुखाकर अपने पिंजरे के बाहर टटका देना तुम बाशिंदे गुफाओं के बिल में रहना पर बाहर नेमप्लेट भी लटका देना
हमारे कस्टमर केयर रिप्रेज़ेन्टेटिव से बात करने के लिए डायल करें नौ या दस या चौवालिस या टू जीरो वन सिक्स या फाइव थ्री या टू फोर फाइव, फर्क नहीं पड़ता, लाइन बिज़ी है तो सुनें ये सिम्फनी नाला झरना एक समान उगना सडऩा एक समान हंसना डरना एक समान गण्डा चिमटा एक समान जीना-मरना एक शब्द है सीधा-उल्टा एक समान
लाल लंगोटा गटई घोंटा बोल मेरे केंचुए कित्ती मिट्टी इत्ती मिट्टी
कविता को चुल्लू भर मिट्टी नसीब हुई।
उत्तराखंड पुलिस सेवा में। मो. 05946246372/7830939831 |