अविनाश मिश्र- अविनाश मिश्र 'पाखी' के संपादन मंडल में है। उन्होंने आलोचना विधा में अपना काम शुरू ही किया है। उनका दमखम उनका गहरा स्वाध्याय है। भाषा में तीखापन है, अनुचित नहीं करते और उल्लंघन नहीं करते। पहल में यह उनका तीसरा लेख है। अविनाश की सिरीज जारी रहेगी। मो. 09818791434 वंदना शुक्ल- पहल की पूर्व परिचित कहानी लेखिका। पिलानी, राजस्थान में रहती है। अपर्णा मनोज - इसके पहले अपनी एक कहानी से पहल के पाठकों का ध्यान आकर्षित किया था। अहमदाबाद में रहती हैं। अपर्णा का सृजन प्रस्थान बहुत गंभीर और विश्वसनीय हैं। 23, माधव बंग्लोज, मोटेरा, मोहिनी गेस्ट हाउस के समीप, अहमदाबाद - 382424 दीप्ति कुशवाह - गृहणी, मूल स्थान नरसिंहपुर, पहल में पहली बार। मोतियन चौक पुराओ (लोक चित्रकला), आशाएं है आयुध (कविता संग्रह) प्रकाशित। पंचायतन, आर.पी.टी.एस. मार्ग, लक्ष्मीनगर, नागपुर (प) 440022, मो. 09923822699 एकांत श्रीवास्तव- पहल में अनेक यादगार रचनाएं प्रकाशित। कलकत्ते में रहते हैं, हिन्दी टीचिंग स्कीम (केन्द्रीय) से संबंधित। वागार्थ का संपादन भी कर रहे हैं। मो. 09433135365 शेफाली फ्रॉस्ट- लखनऊ शहर से ताल्लुक रखती हैं। बीबीसी, चैनल फोर, डिसकवरी, अलजजीरा और प्रतिष्ठित चैनलों में लंबे समय तक फिल्मों का संपादन। अपने स्क्रीन प्ले और लघु फिल्म निर्माण के लिये कुछ अन्तरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त किये हैं। सईद मिर्जा के सहायक की हैसियत से काम करने के बाद फिल्म निर्माण से स्नातकोत्तर पदवी प्राप्त की। मीडिया अध्यापन और अवांगार्द फिल्म निर्माण में व्यस्त शेफाली भारत और ब्रिटेन में रहती है। मो. 9650404831 हरप्रीत कौर- 36 वर्षीय हरप्रीत महात्मागांधी अन्तरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के अनुवाद तकनिक विभाग से सम्बद्ध है। पंजाबी में रचना के लिये उन्हें साहित्य अकादमी और भारतीय कथा परिषद पुरस्कार प्राप्त है। मो. 08180010696 लवली गोस्वामी- दर्शन और विज्ञान की अध्येता और विभिन्न संगठनों के साथ सक्रिय जनसेवा। कुछ महत्वपूर्ण लेख छपे है और 'दखल' ने उनकी एक कृति 'प्राचीन भारत में मातृसत्ता और यौनिकता' 2015 में प्रकाशित की है। लवली आनंद नये सिरे से गंभीर सवाल उठाती है। lkgoswami@gmail.com सुशांत सुप्रिय - पहल में पहली बार अनुवाद। कविता कहानी की कुछ किताबें प्रकाशित। कई भारतीय भाषाओं में अनुवाद। अंग्रेजी में एक कविता और कहानी संग्रह उपलब्ध है। अमृतसर और दिल्ली में शिक्षा पूरी की और अब दिल्ली में। मो. 08512070086 वीरेन्द्र कुमार बरनवाल- 'पहल' परिवार में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले बरनवाल जी का बड़ा काम गांधी और जिन्ना को लेकर प्रकाशित है। पहल के लिए वोले शोविंका की कविताओं और रेड इंडियन कविता पर काम किया जो अब स्वतंत्र रूप से प्रकाशित भी है। भारतीय राजस्व सेवा से निवृत्त होकर अब गाजियाबाद में रहते हैं और लिखना-पढऩा करते हैं। अनवर सुहैल- 9.10.64 को जन्मे अनवर सुहैल कोल इंडिया में मैनेजर हैं कविता संग्रह दो उपन्यास और एक कहानी संग्रह प्रकाशित। अनूपपुर जिले में रहते है और 'संकेत' नामक कविता पत्रिका के संपादक हैं। मो. 09907978108 |